दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बीच इन दिनों ट्विटर वॉर छिड़ा हुआ है. दरअसल,एजुकेशनकोलेकरकेजरीवालऔरहिमंतबिस्वासरमामेंट्विटरवॉरअरविंदबोलेआपतोबुरामानगए गुवाहाटी में सार्वजनिक क्षेत्र के 16 स्कूलों के बंद होने के बाद राज्य सरकार ने राज्य के 34 और स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी किया था. राज्य सरकार ने ऐसे 34 स्कूलों को नोटिस दिया है, जहां एक भी छात्र 2022 में हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा में पास नहीं हुआ.इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि स्कूलों को बंद करना कोई समाधान नहीं है. हमें तो अभी पूरे देश में ढेरों नए स्कूल खोलने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि स्कूल बंद करने की बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए.अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया को टिप्पणी करने से पहले "होमवर्क" करना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने निजी स्कूलों का अधिग्रहण कर लिया है और इसमें 6,802 प्राथमिक, 1,589 माध्यमिक विद्यालय, 81 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, 3 नेताजी सुभाष चंद्र बोस आदिवासी विद्यालय और 97 चाय बागान मॉडल स्कूल शामिल हैं.हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रिय अरविंद केजरीवाल जी, हमेशा की तरह आपने अपना होमवर्क किए बिना ही टिप्पणी की. असम सरकार ने 8,610 नए स्कूलों की स्थापना की है या उन पर अधिग्रहण कर लिया है. लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि दिल्ली का क्या हाल है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले 7 साल में कितने नए स्कूल शुरू किए हैं.हिमंत बिस्वा सरमा के ट्वीट का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अरे. लगता है आप बुरा मान गए. मेरा इरादा असम सरकार की खामियों को उजागर करने का नहीं था, बल्कि हमें एक-दूसरे से सीखना चाहिए. तभी भारत दुनिया का नंबर वन देश बनेगा.अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं असम आता हूं, आप बताएं कब आऊं. शिक्षा के क्षेत्र में आप अपने अच्छे काम दिखाना. जब आप दिल्लीआएंगे, तो मैं आपको दिल्ली सरकार द्वारा किए गए काम दिखाऊंगा.असम सरकार ने राज्य के लगभग 2,500 स्कूलों के एकीकरण की प्रक्रिया शुरू की है. साथ ही बहुत कम नामांकन वाले और बोर्ड परीक्षा में खराब प्रदर्शन वाले स्कूल बंद किए जाएंगे. इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को पास के स्कूलों में समायोजित किया जाएगा.