हर क्रिकेटर का सपना होता है कि एक दिन वो अपने देश के लिए खेले। इसके बाद जब वो अपने देश की टेस्ट टीम का नियमित हिस्सा बन जाते हैं तो फिर उनका अगला लक्ष्य रहता है कि वो इस फॉर्मेट में अपनी टीम की कप्तानी करें। टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करने का सपना हर एक दिग्गज क्रिकेटर देखता है।अभी तक 30 से ज्यादा क्रिकेटरों को भारतीय टीम की कप्तानी का मौका मिला है। एम एस धोनी भारत की तरफ से सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी करने वाले कप्तान हैं। उन्होंने 60 मैचों में टीम की अगुवाई की। वहीं विराट कोहली ने अभी तक 55 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है।वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे भी खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला लेकिन वो कभी कप्तान नहीं बन पाए। हम आपको उन्हीं 3 दिग्गज क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे।इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर दिग्गज तेज गेंदबाज इशांत शर्मा हैं। उन्होंने अभी तक कुल 97 टेस्ट मैच भारतीय टीम की तरफ से खेले हैं। इन 97 मैचों में इशांत शर्मा ने अभी तक 32.39 की शानदार औसत से कुल 297 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उन्होंने 11 बार एक पारी में 5 विकेट लिए और उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन इंग्लैंड के खिलाफ 2014 में आया था। उस मैच में उन्होंने सिर्फ 74 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे।इशांत शर्मा ने पिछले 14 सालों में 6 कप्तानों के अंदर टेस्ट मैच खेला है। एम एस धोनी,दिग्गजभारतीयक्रिकेटरजिन्होंनेबिनाकप्तानीकिएसबसेज्यादाटेस्टमैचखेलेहैं
विराट कोहली, अनिल कुंबले, वीरेंदर सहवाग, राहुल द्रविड़ और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी के अंदर मैच खेले लेकिन उन्हें कभी खुद कप्तान बनने का मौका नहीं मिला।
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